Month: May 2018
क्या खूब कहा है किसी ने.. गंदगी तो, देखने वालों की, ‘नज़रों में होती है..’ वरना कचरा चुनने वालों को तो, “उसमें भी रोटी नज़र आती है.
जीवन में किसी को रुलाकर हवन भी करवाओगे तो कोई फायदा नहीं और अगर रोज किसी एक आदमी को भी हँसा दिया तो मेरे दोस्त आपको अगरबत्ती भी जलाने …
अगर रास्ता खूबसूरत है तो, पता कीजिये किस मंजिल की तरफ जाता है . लेकिन अगर मंजिल खूबसूरत हो तो, कभी रास्ते की परवाह मत कीजिये .
अगर “जिंदगी” को “कामयाब” बनाना हो तो याद रखें, “पाँव” भले ही “फिसल” जाये पर “जुबान” को कभी मत फिसलने देना.
नेकियाँ करके डाल देना दरिया में वरना नेकियों के बोझ से तूफान में फंस जाओगे और नाव वही तेज चलती है, जिसमें बोझ कम हो।